भिलाई, छत्तीसगढ़ का एक प्रसिद्ध औद्योगिक शहर, जिसे “स्टील सिटी ऑफ इंडिया” के नाम से जाना जाता है, सन 1955 में स्थापित भिलाई इस्पात संयंत्र का घर है। यह संयंत्र न केवल भारत का सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र है, बल्कि इस क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस पोस्ट में हम आपको Bhilai me Ghumne ki Jagah के बारे में बतायेंगे.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भिलाई, केवल एक औद्योगिक शहर से कहीं अधिक है? यह प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक स्थलों और आधुनिक मनोरंजन का अद्भुत मिश्रण पेश करते हुए, पर्यटकों के लिए भी स्वर्ग है।
तो चलिए, बिना देरी किए, 15 भिलाई में घूमने लायक जगह के बारे में जानते हैं
15 प्रमुख भिलाई में घुमने की जगह | Bhilai me Ghumne ki Jagah
1. Bhilai Steel Plant (भिलाई स्टील प्लांट)
जिसमे हमारा पहला पर्यटन स्थल है, भिलाई स्टील प्लांट, भिलाई स्टील प्लांट, छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में स्थित, भारत का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक स्टील प्लांट है, अगर कोई पूछे भिलाई किसके लिए प्रसिद्ध है तो आप इसे बता सकते है। यह प्लांट 1955 में सोवियत संघ की सहायता से स्थापित किया गया था और तब से यह भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
भिलाई स्टील प्लांट न केवल अपनी उत्पादन क्षमता के लिए जाना जाता है, बल्कि यह पर्यटकों के आकर्षण का भी केंद्र है। प्लांट के अंदर एक आधुनिक संग्रहालय है जो स्टील उत्पादन की प्रक्रिया को प्रदर्शित करता है। पर्यटक प्लांट के अंदर विभिन्न इकाइयों का दौरा भी कर सकते हैं और स्टील उत्पादन की प्रक्रिया को करीब से देख सकते हैं।
यहाँ आने के बाद पर्यटक ज्यादातर स्टील उत्पादन संग्रहालय, रोलिंग मिल, स्मेल्टिंग प्लांट, ब्लूमिंग मिल और प्लेट मिल देखने आते है। आप भी यहाँ घुमने अपने पुरे परिवार के साथ आ सकते है तथा आप देख सकते है की भिलाई स्टील प्लांट भारत का पहला इस्पात उत्पादक संयंत्र है तथा यह मुख्यतः रेलों के उत्पादन के लिए जाना जाता है।
2. Maitri Bagh (मैत्री बाग)
मैत्री बाग, छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में स्थित, एक मनोरम पार्क और चिड़ियाघर है जो प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। यह भिलाई शहर में मात्र 3 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। यह भिलाई स्टील प्लांट द्वारा स्थापित और प्रबंधित किया जाता है, और यह भिलाई में घूमने लायक जगह में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।
मैत्री बाग की स्थापना 1972 में भारत और सोवियत संघ के बीच मैत्री के प्रतीक के रूप में किया गया था। यह 111 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें हरे-भरे बगीचे, झीलें, फव्वारे, और विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे और फूल शामिल हैं।
मैत्री बाग अपने विविध वनस्पतियों और जीवों के लिए जाना जाता है। यहां 39 से अधिक प्रजातियों के स्तनधारी, पक्षी और सरीसृप निवास करते हैं, जिनमें शेर, बाघ, हिरण, बंदर, मगरमच्छ, सांप, और विभिन्न प्रकार के पक्षी शामिल हैं।
3. Maroda dam (मरोदा बांध)
मरोदा बांध, छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई में स्थित, एक मनोरम पर्यटन स्थल है। यह बांध, शिवनाथ नदी पर निर्मित, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। भिलाई इस्पात संयंत्र से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, यह बांध प्रकृति प्रेमियों और पिकनिक मनाने वालों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। मरोदा बांध का निर्माण 1957 में सिंचाई और जल विद्युत उत्पादन के उद्देश्य से किया गया था। यह बांध 42.7 मीटर ऊँचा और 1170 मीटर लंबा है। बांध का जलाशय 12.5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और 100 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी संग्रहित कर सकता है।
मरोदा बांध अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। बांध के चारों ओर हरे-भरे पहाड़ और घने जंगल हैं। बांध के किनारे एक सुंदर उद्यान है जहाँ आप टहल सकते हैं और प्रकृति का आनंद ले सकते हैं। बांध पर नौका विहार भी एक लोकप्रिय गतिविधि है।
मरोदा बांध में पर्यटक पक्षी देखना, मछली पकड़ना, और कैंपिंग जैसी गतिविधियों का भी आनंद ले सकते हैं। बांध के पास कुछ मंदिर भी हैं, जहाँ आप दर्शन करने जा सकते हैं।
4. Surya Treasure Island Mall (सूर्या ट्रेजर आईलैंड)
सूर्या ट्रेजर आईलैंड, छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में स्थित एक विशाल शॉपिंग मॉल और मनोरंजन केंद्र है। यह मॉल अपनी आधुनिक सुविधाओं, विविध दुकानों, restaurent, और मनोरंजन विकल्पों के लिए जाना जाता है। यह भिलाई और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों और पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
सूर्या ट्रेजर आईलैंड, भिलाई के स्मृति नगर क्षेत्र में स्थित है। यह भिलाई स्टेशन से 8 किलोमीटर और दुर्ग रेलवे स्टेशन से 15 किलोमीटर की दूरी पर है। मॉल तक आसानी से पहुंचा जा सकता है, चाहे आप कार, बस, या ऑटो रिक्शा से क्यों न आ रहे हो।
5. Shaheed park (शहीद उद्यान)
शहीद उद्यान, जिसे पहले भिलाई नगर पालिका उद्यान के नाम से जाना जाता था, छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में स्थित एक मनोरम उद्यान है। यह उद्यान, जो स्पात भिलाई से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, न केवल शहरवासियों के लिए एक लोकप्रिय मनोरंजन स्थल है, बल्कि पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है।
यह उद्यान 1959 में स्थापित किया गया था और इसका नाम उन वीर शहीदों की याद में रखा गया है जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपना बलिदान दिया था। शहीद उद्यान अपने हरे-भरे वातावरण, मनोरम दृश्यों और विभिन्न सुविधाओं के लिए जाना जाता है। उद्यान में घूमने के लिए पक्के रास्ते हैं, जो आगंतुकों को आराम से टहलने या दौड़ने की सुविधा प्रदान करते हैं। बच्चों के लिए झूले और स्लाइड जैसे खेलने के उपकरण भी हैं।
6. Neharu Nagar Gurudwara (नेहरू नगर गुरुद्वारा)
नेहरू नगर गुरुद्वारा, छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में स्थित एक प्रसिद्ध सिख गुरुद्वारा है। यह गुरुद्वारा, गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं को समर्पित है, और सिख धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यह गुरुद्वारा स्पात भिलाई से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
नेहरू नगर गुरुद्वारा का निर्माण 1960 के दशक में किया गया था, जब भिलाई शहर तेजी से विकसित हो रहा था। गुरुद्वारा का निर्माण स्थानीय सिख समुदाय द्वारा किया गया था, और यह जल्द ही शहर में एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सामाजिक केंद्र बन गया।
7. Deobaloda (देवो बलोदा)
देवो बलोदा, छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिले में स्थित एक ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल है। यह अपने प्राचीन मंदिरों, शांत वातावरण और समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। देवो बलोदा, भिलाई से मात्र 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो इसे पर्यटकों के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल बनाता है।
देवो बलोदा का इतिहास 13वीं शताब्दी तक जाता है, जब यह कलचुरी राजवंश का हिस्सा था। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह शिव मंदिर देवो बलोदा के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है।
मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला और सुंदर नक्काशी के लिए जाना जाता है। देवो बलोदा में कई प्राचीन कुंड हैं, जिनमें से कुछ का धार्मिक महत्व है। इन कुंडों के पानी में औषधीय गुण होते हैं। देवो बलोदा में कई प्राचीन गुफाएं हैं, जिनमें से कुछ में भित्ति चित्र और मूर्तियां हैं।
8. Uwasaggharam Parshwa Teerth (श्री उवसग्घरम पार्श्व तीर्थ)
श्री उवसग्घरम पार्श्व तीर्थ स्थल, छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिले में स्थित एक प्रसिद्ध जैन तीर्थ है। यह भगवान पार्श्वनाथ, जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर को समर्पित है। यह तीर्थ अपनी भव्यता, प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक वातावरण के लिए जाना जाता है।
यह तीर्थ स्थल, भिलाई शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर, नगपुरा गांव में स्थित है। यह माना जाता है कि भगवान पार्श्वनाथ ने 3000 साल पहले इस क्षेत्र का दौरा किया था। 1995 में, इस तीर्थ की स्थापना श्रद्धालुओं के एक समूह द्वारा की गई थी। तब से, यह तीर्थ जैन धर्म के अनुयायियों और पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल बन गया है।
9. Civic Center Mall (सिविक सेंटर)
सिविक सेंटर भिलाई, छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई शहर में स्थित, शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह स्थान केवल 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिससे यहाँ पहुँचना बेहद आसान हो जाता है। सन 1980 में स्थापित, यह केंद्र मनोरंजन, खरीदारी और सामाजिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बन गया है।
यहां बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए मनोरंजन के अनेकों विकल्प मौजूद हैं। बच्चों के लिए एक विशाल पार्क है।
खरीदारी के शौकीनों के लिए यह जगहएक स्वर्ग है। यहां कई दुकानें और स्टॉल हैं, जहाँ आपको कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक्स, हस्तशिल्प और स्मृति चिन्ह मिलेंगे। डोम सुपरमार्केट में किराने का सामान, ताजी उपज और घरेलू सामानों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है, जिससे आपकी सभी जरूरतें पूरी हो जाती हैं। जिससे की यह bhilai ghumne ki jagah बन जाता है.
सिविक सेंटर भिलाई सामाजिक गतिविधियों के लिए भी एक लोकप्रिय स्थान है। यहाँ अक्सर मेले, त्योहार और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो सामुदायिक भावना को बढ़ाते हैं।
10. Rail Globe Chowk (रेल ग्लोब चौक)
रेल ग्लोब चौक, आपको जानकर हैरानी होगी कि छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई शहर में स्थित रेल ग्लोब चौक, एक ऐसा प्रसिद्ध लैंडमार्क है, जो अपनी विशिष्टता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह आकर्षक चौक भिलाई इस्पात संयंत्र के ठीक सामने स्थित है, जो शहर की पहचान का प्रतीक है और यहाँ का प्रमुख आकर्षण है।
1960 के दशक में भिलाई इस्पात संयंत्र की स्थापना के साथ-साथ निर्मित हुआ यह चौक, उस समय की रेल लाइनों के जंक्शन पर बनाया गया था। चौक के केंद्र में स्थित विशाल ग्लोब न सिर्फ रेलवे के महत्व को दर्शाता है, बल्कि भिलाई शहर की वैश्विक कनेक्टिविटी का भी प्रतीक है।
11. Jagannath Mandir (जगन्नाथ मंदिर)
जगन्नाथ मंदिर, दोस्तों, अगर आप छत्तीसगढ़ में हैं और भक्ति और शांति की तलाश में हैं, तो आपको भिलाई शहर के इस अद्भुत जगन्नाथ मंदिर का दौरा जरूर करना चाहिए। सन 1960 के दशक में स्थापित, यह मंदिर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, और सुभद्रा की भक्ति का प्रमुख केंद्र है और यहाँ की भव्य वास्तुकला, शांत वातावरण और धार्मिक उत्सव इसे एक अद्वितीय स्थल बनाते हैं।
मंदिर भिलाई से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिसे आप सड़क मार्ग, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के माध्यम से आसानी से पहुँच सकते हैं। यह मंदिर ओडिशा के पुरी स्थित प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है, जिसका शिखर ऊँचा और भव्य है। मंदिर की दीवारों पर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, और सुभद्रा की सुंदर मूर्तियाँ उकेरी गई हैं, जो यहाँ की मुख्य आकर्षण हैं।
जगन्नाथ मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि bhilai me ghumne ki jagah में यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है। मंदिर परिसर में एक सुंदर बगीचा भी है, जहाँ आप आराम कर सकते हैं और प्रकृति का आनंद ले सकते हैं। तो अगर आप भक्ति, शांति और सुंदरता का अनुभव करना चाहते हैं, तो इस मंदिर का दौरा अवश्य करें। इस अद्वितीय स्थान की यात्रा करके आप एक अद्भुत अनुभव पाएंगे।
12. Baikunth Dham (बैकुंठ धाम)
बैकुंठधाम, छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई शहर से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है एक अद्भुत स्थल, बैकुंठधाम। यह स्थान भगवान विष्णु के पवित्र निवास स्थान के रूप में जाना जाता है और वैष्णव धर्म में अत्यधिक महत्व रखता है।
बैकुंठधाम का नाम संस्कृत शब्द “बैकुंठ” से लिया गया है, धार्मिक दृष्टि से, इसे भगवान विष्णु का निवास स्थान माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, बैकुंठ वह स्थान है जहाँ भक्तों को मोक्ष प्राप्त होता है और वे पुनर्जन्म के चक्र से मुक्त हो जाते हैं।
अब बात करते हैं यहाँ की अद्वितीय स्थापत्य कला की। बैकुंठधाम में भगवान विष्णु, लक्ष्मी और अन्य देवी-देवताओं के कई भव्य मंदिर स्थित हैं। इन मंदिरों की संरचना और मूर्तियों की नक्काशी अत्यंत भव्य और मनोहारी है। यहाँ की शांति और पवित्र वातावरण पर्यटकों और भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देता है। मंदिर परिसर के आसपास की प्राकृतिक सुंदरता यहाँ आने वाले हर व्यक्ति को एक अद्वितीय और सुकून भरा अनुभव प्रदान करती है।
13. Nagpura Jain Mandir (नगपुरा जैन मंदिर)
नगपुरा जैन मंदिर, भिलाई से मात्र 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, यह भव्य और प्राचीन मंदिर भगवान महावीर और 23 अन्य तीर्थंकरों को समर्पित है। 10वीं शताब्दी में निर्मित, इस मंदिर की स्थापत्य कला, शिल्पकला और धार्मिक महत्व आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे।
कहा जाता है कि इस अद्वितीय मंदिर का निर्माण कल्चुरी शासकों द्वारा किया गया था, और इसका जीर्णोद्धार 15वीं और 18वीं शताब्दी में हुआ। नगपुरा जैन मंदिर नागर शैली में निर्मित है, और इसका मुख्य गर्भगृह भगवान महावीर की प्रतिमा को समर्पित है। गर्भगृह के चारों ओर 23 अन्य तीर्थंकरों की प्रतिमाएं स्थापित हैं, जो मंदिर की दिव्यता को और बढ़ा देती हैं।
मंदिर की दीवारों और छतों पर की गई सुंदर नक्काशी और चित्रकारी आपको एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगी। यह मंदिर जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है
14. Jubilee Park (जुबली पार्क)
जुबली पार्क, क्या आप एक कपल है और एक ऐसा स्थान ढूंढ रहे हैं जहाँ आप शहर के शोरगुल से दूर, प्रकृति की गोद में सुकून के कुछ पल बिता सकें? तो, भिलाई शहर के बीचोंबीच स्थित यह खूबसूरत हरा-भरा पार्क, आपको एक ऐसी दुनिया में ले जाएगा जहाँ हरियाली और शांति का प्रतिक है।
सन 1956 में स्थापित, जुबली पार्क तब से लेकर आज तक भिलाई के निवासियों और पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय मनोरंजन स्थल बना हुआ है। और सबसे खास बात, यह पार्क भिलाई रेलवे स्टेशन से सिर्फ 1 किलोमीटर की दूरी पर है, जिससे यहाँ पहुँचना बेहद आसान हो जाता है।
लगभग 25 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ यह पार्क अपने घने पेड़, रंग-बिरंगे फूलों के बगीचे और हरे-भरे लॉन के साथ आपको प्रकृति की असली सुंदरता का अनुभव कराती है।
15. Nehru Nagar Bhilai Garden (नेहरू नगर गार्डन)
नेहरू नगर गार्डन, भिलाई शहर से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, एक मनोरम उद्यान है जो पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच समान रूप से लोकप्रिय है। इसमें विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे, फूलों के बगीचे, मनोरंजन क्षेत्र और शांत तालाब हैं।
इस उद्यान की स्थापना 1960 के दशक में हुई थी और इसका नाम भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर रखा गया है। तब से यह शहर के निवासियों के लिए एक लोकप्रिय मनोरंजन स्थल बन गया है।
नेहरू नगर गार्डन अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहाँ हरे-भरे रंग-बिरंगे फूलों के बगीचे, और तरह-तरह के पेड़-पौधे हैं जो प्रकृति प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
उद्यान के बीचों-बीच एक शांत तालाब है जो पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण है। यहाँ आप नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं या तालाब के किनारे बैठकर प्रकृति की शांति में खो सकते हैं।
इस पोस्ट में हमने आपको 15 Top bhilai me ghumne ki jagah के बारे में बताया है जहाँ आप अपने परिवार के साथ जाकर एक खूबसूरत पल बिता सकते है और प्रकृति के करीब एक शांति का अनुभव महसूस कर सकते है।